Detailed Notes on पारद शिवलिंग फोटो
Detailed Notes on पारद शिवलिंग फोटो
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फिर अपनी समझ के अनुसार उसे प्रस्तुत कर देता है. इसमें मेरा कुछ है ही नहीं, क्या सनातन धर्म का दायित्व सिर्फ साधु-संत ही उठाएंगे? हम आप जैसे सामान्य लोगों का भी तो दायित्व बनता है सनातन ध्वजा को ऊंचा रखने के लिए अपने हाथ बढ़ाने का.
मला समजलेला शिव तुमच्या मनातला ह्या मागील पोस्ट मध्ये मी शिवलिंग घरात पुजायचे असेल तर कोणते आणि कसे ह्याबद्दल लिहिले आहे.
प्रातः काल उठकर स्नान ध्यान के बाद किसी बड़े पात्र में नर्मदेश्वर शिवलिंग को रखें और इसके ऊपर बेलपत्र और जल अर्पित कर पूजा अर्चना करें।
स्कंदमाता – ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नमः।।
जर तुम्ही पारद शिवलिंगाची पूजेजा केली तर तुम्हाला कोट्यवधी शिवलिंगांची पूजा केल्याने मिळणारे फळ मिळते अशी मान्यता आहे.
अच्छे अवसर हाथ से क्यों निकल जाते हैं?: एक आलसी शिष्य को उसके गुरु ने पारस पत्थर दिया और कहा कि दो दिन में जितना चाहे, उतना सोना बना लो, तुम्हारा जीवन सुधर जाएगा
काही जण शिवपिंड ठेवतात आणि १२ तास बाहेर असतात पण घरातल्या पिंडीवर साधे पाणी सुद्धा अर्पण करण्यासाठी त्यांना वेळ मिळत नाही.
हालांकि पारद शिवलिंग आसानी से नहीं मिल पाती, ऐसे में आप घर पर स्फटिक शिवलिंग या कोई अन्य शिवलिंग रख सकते हैं.
पारद शिवलिंग से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।
नैवेद्यात भाताची खीर रोज जमली नाही, सोमवारी तरी ठेवावी.
इसे घर या दफ्तर में बने मंदिर में स्थापित करें।
अर्थ - लाखो-कोटी शिवलिंगाची पूजा केल्याने जे फळ प्राप्त होते त्यापेक्षा कितीतरी पटीने जास्त फळ पारद शिवलिंगाची पूजा आणि दर्शन केल्याने प्राप्त होते.
पूजा के बाद इन शिवलिंगों की देखभाल कैसे करें?
अगर परिवार के किसी सदस्य की तबीयत खराब check here है तो उनको दवाओं के साथ पारद शिवलिंग की पूजा करवाएं। ऐसा करने से सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है